उन्नाव। टी-20 विश्वकप जीतने के बाद शुक्रवार रात लखनऊ हवाई अड्डे से कानपुर जाते समय भारतीय टीम के खिलाड़ी कुलदीप यादव का उनके पैतृक गांव शिवसिंह खेड़ा के लोगों और परिजनों ने स्वागत किया। कुलदीप ने जल्द गांव आने की बात कही।
भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य और गेंदबाज कुलदीप यादव का जन्म उन्नाव के शिवसिंह खेड़ा में हुआ और वह नौ साल की उम्र तक यहीं रहे। इसके बाद पढ़ाई और प्रशिक्षण के लिए पिता परिवार सहित कानपुर शिफ्ट हो गए थे। लेकिन कुलदीप ने अपनी जन्मभूमि से कभी दूरी नहीं बनाई। कानपुर से लखनऊ आते-जाते समय वह गांव के लोगो से जरूर मिलते हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य और गेंदबाज कुलदीप यादव का जन्म उन्नाव के शिवसिंह खेड़ा में हुआ और वह नौ साल की उम्र तक यहीं रहे। इसके बाद पढ़ाई और प्रशिक्षण के लिए पिता परिवार सहित कानपुर शिफ्ट हो गए थे। लेकिन कुलदीप ने अपनी जन्मभूमि से कभी दूरी नहीं बनाई। कानपुर से लखनऊ आते-जाते समय वह गांव के लोगो से जरूर मिलते हैं।
होली, रक्षाबंधन, परिवार में शादी या अन्य मांगलिक कार्यक्रमों में भी आते हैं। गांव में उनके चाचा जनार्दन, चाची मंजू और दादी जमुना देवी हैं। वर्ल्ड कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से मुकाबला हुआ था। भरतीय टीम की जीत के लिए उनके गांव के लोगों ने भी सामूहिक हवन-पूजन किया था।
क्रिकेट में विश्व विजेता बनी भारतीय टीम के विदेशी दौरे से लौटने के बाद शुक्रवार रात को वह लखनऊ हवाई अड्डा पहुंचे। इसके बाद वह कानपुर के लिए निकले। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर रात करीब 11 बजे गांव के सामने उनके चाचा जनार्दन सिंह, रिंकू, सुमित, सौरभ यादव, मान सिंह, दिलीप, कुलदीप वर्मा, विकास यादव, मुनेश्वर लोधी आदि ने स्वागत किया। बारिश के चलते वह गाड़ी में बैठे ही लोगों का अभिवादन किया। उन्होंने तिरंगा लहराते हुए फोटो भी खिंचवाई। उन्होंने लोगों से जल्द ही गांव आने की बात कही।